Blog of Manvendra Singh Tanwar---'jigyasu'.
Regular posts will be made on my written quotes and poems and literary views and many more....
Monday, August 9, 2010
ना चाहते हुए भी उसकी याद आ ही जाती हैं , उसके मर्म स्पर्श का अहसास करा ही जाती हैं | ये याद ही तो हैं जो उससे हमें जुदा होने नहीं देती, वर्ना मौत तो दरवज्जे पर आ ही जाती हैं ||
No comments:
Post a Comment