Tuesday, August 31, 2010

Saadgi

"तेरे अरमानो को अपनी ज़िन्दगी बना लूँगा मैं,
तेरे ज़ख्मो को अपनी बंदगी बना लूँगा मैं |
रहकर साये में तेरी जुल्फों के पल भर के लिए भी
तेरी ख़ूबसूरती को अपनी सादगी बना लूँगा मैं || "

Tuesday, August 17, 2010

School ki wo

"स्कूल में उनकी मौजूदगी का मज़ा ही कुछ और था,
उनके संग बतियाने का मज़ा ही कुछ और था |
स्कूल में आती थी जब वो अपनी जुल्फे लहराकर,
तो उनकी उस अदा के दीदार का मज़ा ही कुछ और था ||"

Friday, August 13, 2010

Love at first sight

"उसकी हंसी मेरे मन को लुभा गयी,
मेरे चंचल मन पे एक विराम सा लगा गयी,
उस हसीना का चेहरा अब भी नज़र से उतरता नही,
लगता हैं मेरी 'वो' मेरी ज़िन्दगी मैं आ गयी.."

Thursday, August 12, 2010

Dost ke naam

बड़ी बेरुखी से उसने मेरे दोस्त का दिल तोडा,
उसके सच्चे प्यार से सिर्फ दोस्ती का नाम जोड़ा |
इस अनमोल हीरे की चमक से महरूम रहेगी वो बेवफा,
जिसने मेरे प्यारे दोस्त का विश्वास भरा हाथ छोड़ा ||

Monday, August 9, 2010

आपकी दुआ रहेगी तो ये भी होगा,
ज़िन्दगी मैं परचम हांसिल भी होगा |
आप जेसे अनमोल हीरे हो जिसके पास तो,
उसे हांसिल सारा जंहा भी होगा||
जी,आपके आदर को मैं सलाम कहता हूँ,
अगली दो पंक्ति आपके नाम कहता हूँ |
आपने जो उपमा दी इस नाचीज़ को अभी अभी ,
उसके लिए मैं तहे दिल से धन्यवाद कहता हूँ ||
ना चाहते हुए भी उसकी याद आ ही जाती हैं ,
उसके मर्म स्पर्श का अहसास करा ही जाती हैं |
ये याद ही तो हैं जो उससे हमें जुदा होने नहीं देती,
वर्ना मौत तो दरवज्जे पर आ ही जाती हैं ||
क्यों मुझसे उसे कुछ कहा नहीं जाता,
क्यों ये अनचाहा दर्द सहा नहीं जाता |
इस कशमकश को अब मैं क्या नाम दूँ दोस्तों,
क्यूंकि उससे बोले बिना भी मुझसे रहा नहीं जाता ||

Wednesday, August 4, 2010

Mausam ki Nazakat

इस सुहाने मौसम को काश मैं भी जी पाता,
इसकी एक एक बूंद का अमृत रस पी पाता |
काश इस मौसम मैं वो भी जो मेरे साथ होती तो,
उसके लबो को भी मैं जरुर अपना लबो से सी पाता ||