Blog of Manvendra Singh Tanwar---'jigyasu'.
Regular posts will be made on my written quotes and poems and literary views and many more....
Tuesday, November 30, 2010
imtihan
यूँ ही किताबो मैं अपना मन नहीं लगाता मैं,
अपने चंचल दिल को इस कदर नहीं सुलाता मैं |
इम्तिहान की घडिया पास न होती तो कसम से,
एक पल भी तुमसे दूर न जाता मैं ||
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